|| धर्म की जय हो ||

|| एक संकल्प एक पेड़ ||

|| अधर्म का नाश हो ||

एक कदम वेदों की ओर

श्री संतसनातनी अखाड़ा

रजि०नं० - 45/2025 | पैन नं० - ABLTS4338R

श्री श्री १००८ महामण्डलेश्वर स्वामी अवधूतानन्द

(राष्ट्रीय सलाहकार प्रथम)

महंत मनोज शर्मा

(राष्ट्रीय सलाहकार द्वितीय)

श्री रामस्वरूपदास जी महराज

(राष्ट्रीय सलाहकार त्रितीय)

चंद्र मोहन शर्मा

(राष्ट्रीय सलाहकार चतुर्थ)

महामंडलेश्वर योगी सत्येंद्र नाथ

(राष्ट्रीय सलाहकार पंचम)

|| अखाड़ा उद्देश्य एवं सेवा प्रकलप ||

1. हिंदू समाज में एकता और संगठन को विश्व स्तर पर मजबूत करना।
2. सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में योगदान देना।
3. सनातन धर्म का व्यापक प्रचार-प्रसार करना और धर्मांतरण जैसी गतिविधियों पर सतर्क दृष्टि रखना।
4. समाज में हिंदुत्व, सनातन धर्म और राष्ट्रभक्ति की भावना को प्रोत्साहित करना।
5. विभिन्न मत, पंथ और उपासना पद्धतियों के अनुयायियों के बीच सामंजस्य स्थापित करना।
6. जातिगत भेदभाव को समाप्त कर सामाजिक समरसता और समानता को बढ़ावा देना।
7. गौ रक्षा, संवर्धन और संरक्षण को प्राथमिकता देना तथा गौहत्या और तस्करी जैसी गतिविधियों को रोकने के लिए प्रयास करना।
8. बालकों और बालिकाओं को संस्कृत, धर्मशिक्षा और नैतिक संस्कार प्रदान करना।
9. युवाओं को कुसंगति और दुर्व्यसनों से दूर रखते हुए धर्म और संस्कृति के प्रति जागरूक बनाना।
10. हिंदू बालिकाओं को लव जिहाद जैसे खतरों से सुरक्षित रखना, महिलाओं के सशक्तिकरण और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना।
11. भारतीय संस्कृति और धर्मशास्त्रों के प्रति समाज में जागरूकता फैलाना।
12. आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्तियों और जरूरतमंद विद्यार्थियों को सहायता और प्रोत्साहन देना।
13. मठ-मंदिरों और संतों की सेवा व सुरक्षा करना, साथ ही जीर्ण-शीर्ण मंदिरों का पुनरुद्धार और विकास सुनिश्चित करना।
14. युवाओं और महिलाओं के आत्मरक्षा कौशल के विकास के लिए प्रशिक्षण केंद्र और व्यायामशालाओं की स्थापना करना।
15. किसानों, व्यापारियों, कर्मचारियों और मजदूरों के अधिकारों और हितों की रक्षा करना तथा उन्हें मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना।
16.विश्व शान्ति यज्ञ एवम् पाठ आयोजन करवाना !